नई दिल्ली: पुलिस ने कहा कि शुक्रवार को अयोध्या में एक निजी स्कूल की छत से कथित तौर पर गिरने के बाद 15 वर्षीय एक लड़की की मौत हो गई. हालांकि, पिता ने दावा किया है कि छत से फेंकने से पहले उसकी बेटी के साथ सामूहिक बलात्कार किया गया था. पुलिस ने स्कूल के प्रिंसिपल और दो स्टाफ सदस्यों, जिनमें एक खेल शिक्षक है, के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
लड़की के पिता का आरोप है कि क्लास नहीं होने के बावजूद 10वीं कक्षा की छात्रा को प्रिंसिपल ने सुबह 8:30 बजे बुलाया. पिता ने कहा, "प्रिंसिपल ने मुझे सुबह करीब 9.50 बजे बताया कि मेरे बच्चे को झूले से गिरने के बाद चोटें आई हैं. जब मैं स्कूल पहुंचा तो मुझे बताया गया कि मेरी बच्ची को अस्पताल ले जाया गया है. उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे, जो झूले से गिरने की स्थिति में संभव नहीं है."
अयोध्या के पुलिस उप महानिरीक्षक जी मुनिराज ने कहा, "पोस्टमार्टम से पता चलता है कि चोटें इमारत से गिरने के कारण लगी हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि मौत का कारण सदमा और मृत्यु पूर्व रक्तस्राव है."
छात्रा को दूसरे अस्पताल में ले जाया गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. CCTV फुटेज से पता चलता है कि प्रिंसिपल के बयान का खंडन करते हुए लड़की स्कूल की इमारत की छत से गिर गई थी पिता ने दावा किया, "मेरी रोती हुई बेटी (अस्पताल में) ने मुझे बताया कि जब वह स्कूल पहुंची, तो प्रिंसिपल ने उसे दो आदमियों को सौंप दिया, उनमें से एक शिक्षक था. उन्होंने फिर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और अपराध को छिपाने के लिए , उन्होंने उसे छत से फेंक दिया."
अयोध्या के पुलिस अधीक्षक (शहर) मधुबन सिंह ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया, "शनिवार दोपहर छात्रा के परिजनों की शिकायत पर स्कूल के प्रधानाध्यापक, स्कूल प्रबंधक और एक खेल शिक्षक के खिलाफ नाबालिग लड़की से गैंगरेप, हत्या, साक्ष्य मिटाने व आपराधिक साजिश रचने के तहत मामला दर्ज किया गया है.''
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