न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में जुमे की नमाज के दौरान निशाने बनाए गए मस्जिद के इमाम ने कहा कि यह नरसंहार न्यूजीलैंड के प्रति मुस्लिम समुदाय के प्रेम को डिगा नहीं पाएगा. लिनवुड मस्जिद के इमाम इब्राहिम अब्दुल हलीम ने कहा, ‘हम अब भी इस देश से प्रेम करते हैं.’ उन्होंने संकल्प जताया कि आतंकवादी ‘हमारे विश्वास को छू भी नहीं पाएंगे.’ हलीम ने हमले के भयावह दृश्य के बारे में बताते हुए कहा, ‘सभी जमीन पर लेट गए, कुछ महिलाएं रोने लगीं, गोली लगने से कुछ लोगों की फौरन मौत हो गई.’ उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के मुसलमान इस देश को अब भी अपना घर मानते हैं. हलीम ने कहा, ‘मेरे बच्चे यहां रहते हैं. हम खुश हैं.’ उन्होंने कहा कि न्यूजीलैंड के अधिकतर लोग ‘हमारी मदद करने और एकजुटता बनाए रखने के इच्छुक हैं.’ उन्होंने बताया कि शनिवार को अजनबियों ने उन्हें गले लगाकर संकट की इस घड़ी में साथ होने का एहसास कराया. उन्होंने कहा, ‘उन्होंने शुरुआत मुझे गले लगाकर की. यह एकजुटता बहुत महत्वपूर्ण है.’ बता दें कि शुक्रवार सुबह क्राइस्टचर्च में दो मस्जिदों में हुए हमले में कम से कम 49 लोगों की मौत हो गई है. नरसंहार करने का मुख्य आरोपी 28 वर्षीय ब्रेंटन टारेंट ऑस्ट्रेलियाई मूल का व्यक्ति है. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है और शनिवार सुबह उसे कोर्ट में पेश किया जहां बंद कमरे में सुनवाई हुई. इस हमले में भारतीय मूल के नौ लोग भी लापता बताए जा रहे हैं. न्यूजीलैंड में भारतीय राजनयिक ने इस बात की जानकारी दी है.
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