न्यूजीलैंड के क्राइस्टचर्च में शुक्रवार को दो मस्जिदों में गोलीबारी कर 49 लोगों को मौत के घाट उतारने के आरोपी दक्षिणपंथी हमलावर को शनिवार को अदालत में पेश किया गया. ऑस्ट्रेलिया में जन्मा ब्रेंटन टारेंट (28) हाथ में हथकड़ी और कैदियों वाली सफेद रंग की कमीज पहने अदालत में पेश हुआ. न्यायाधीश ने उसके खिलाफ हत्या के आरोप तय किए. उस पर और भी आरोप लगाए जा सकते हैं. हमलावर पहले फिटनेस ट्रेनर रह चुका है. उसने कई बार अदालत में मौजूद मीडिया की ओर देखा. सुरक्षा कारणों के चलते सुनवाई बंद कमरे में हुई. हमलावर ने जमानत की कोई अर्जी नहीं दी. पांच अप्रैल को होने वाली अगली सुनवाई तक उसे हिरासत में रखा जाएगा. हमले में घायल चार साल के बच्चे सहित 42 लोगों का इलाज जारी है. इस बीच न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न ने शनिवार को हमले के वैश्विक स्तर पर पड़े प्रभाव की ओर ध्यान दिलाते हुए कहा कि उनकी सरकार हमले के बाद पड़े प्रभाव से निपटने के लिए ‘पाकिस्तान, तुर्की, सऊदी अरब, बांग्लादेश, इंडोनेशिया और मलेशिया’ के महावाणिज्य अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रही है. देश के बंदूक संबंधी कानूनों पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह इसमें बदलाव करने को तैयार हैं. अर्डर्न ने कहा कि हमलावर ने नवंबर 2017 में ‘कैटेगरी ए’ के बंदूक लाइसेंस हासिल कर हमले के लिए हथियार खरीदने शुरू किए थे. उन्होंने कहा, ‘यह मात्र तथ्य है कि इस व्यक्ति ने बंदूक लाइसेंस हासिल कर लिया था और उस स्तर तक के हथियार हासिल कर लिए थे....जाहिर है मुझे लगता है कि लोग बदलाव की मांग करेंगे, और मैं इसे करने के लिए प्रतिबद्ध हूं.’
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