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वपकष एकत क कई गरट नह...कयक व एक दसर स लडत रह ह: PM मद

मध्य प्रदेश/शहडोल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विरोधी गुट बनाने के विपक्षी दलों के प्रयासों के संदर्भ में शनिवार को कहा कि कांग्रेस और अन्य ‘‘परिवार-केंद्रित'' पार्टियां लोगों को ‘‘झूठी'' गारंटी दे रही हैं और उनके बीच पुरानी कलह से पता चलता है कि विपक्षी एकता की कोई गारंटी नहीं है. उन्होंने यह भी कहा कि वंशवादी पार्टियां केवल अपने परिवार के कल्याण के लिए काम करती हैं. PM मोदी ने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं और जमानत पर हैं, वे उन लोगों के साथ हैं जिन्हें घोटालों के लिए सजा सुनाई गई है.

प्रधानमंत्री ने शनिवार को यहां एक पोर्टल का अनावरण कर ‘राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047' की शुरुआत की और इस रोग के प्रबंधन के लिए दिशा निर्देश और इसकी निगरानी के लिए विभिन्न मॉड्यूल जारी करने के बाद अपने संबोधन में विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा. इस मौके पर मोदी ने देश में तीन करोड़ से ज्यादा डिजिटल आयुष्मान कार्ड और मध्य प्रदेश में एक करोड़ पीवीसी आयुष्मान कार्ड के वितरण की शुरुआत की.

मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. राज्य के आदिवासी अंचल में पहुंचने के बाद मोदी ने कहा कि रानी दुर्गावती की जयंती पूरे भारत में मनाई जाएगी और एक डाक टिकट जारी किया जाएगा. प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष किया और लोगों से कांग्रेस सहित ‘‘परिवार-केंद्रित'' राजनीतिक दलों द्वारा दी जा रही ‘‘फर्जी गारंटी'' से सावधान रहने की चेतावनी दी.

उन्होंने कहा, ‘‘जिन लोगों की अपनी कोई गारंटी नहीं है, वो आपके पास गारंटी वाली नयी-नयी योजना लेकर आ रहे हैं. उनकी गारंटी में छिपे खोट को पहचान लीजिए, झूठी गारंटी के नाम पर जारी उनके धोखे को भांप लीजिए.'' हाल में पटना में हुई भाजपा विरोधी पार्टियों की बैठक के स्पष्ट संदर्भ में उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस सहित परिवार केंद्रित पार्टियां एक साथ मिल रही हैं. ऐसे लोग (विपक्षी दल) आज एक साथ आने का दावा कर रहे हैं जो कभी पानी पी-पी कर एक दूसरे को कोसते थे. इसका मतलब है कि कहीं न कहीं कुछ गड़बड़ है. इस मतलब यह है कि यह विपक्षी एकता की गारंटी नहीं है.''

उन्होंने कहा कि जब भी वे मुफ्त बिजली की गारंटी देते हैं तो इसका मतलब है कि वे बिजली दरें बढ़ाने जा रहे हैं. उनकी मुफ्त यात्रा की गारंटी का मतलब है कि राज्य में परिवहन व्यवस्था बर्बाद हो जाएगी.'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब वे पेंशन की गारंटी देते हैं तो इसका मतलब है कि कर्मचारियों को वेतन भी नहीं मिलेगा. जब वे सस्ते पेट्रोल उपलब्ध कराने की गारंटी देते हैं, तो मतलब है कि वे कर बढ़ाने की योजना बना रहे हैं. जब वे नौकरियां प्रदान करने की गारंटी देते हैं, तो मतलब है कि वे उद्योगों और व्यापार को बर्बाद करने वाली नीतियां लाएंगे. कांग्रेस जैसी पार्टियों द्वारा दी जा रही गारंटी का मतलब है- नियत में खोट और गरीब पर चोट.''

PM मोदी ने कहा कि वे (विपक्षी दल) पिछले 70 वर्षों के दौरान गरीबों को भरपेट भोजन उपलब्ध कराने की गारंटी देने में विफल रहे, लेकिन भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार ने ‘प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना' के तहत 80 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन की गारंटी दी है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने गरीबों के स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया, लेकिन भाजपा नीत सरकार ने 50 करोड़ गरीब लाभार्थियों को ‘आयुष्मान योजना' के तहत मुफ्त इलाज की गारंटी दी है.

PM मोदी ने कहा कि उनके नेतृत्व वाली सरकार ने ‘उज्ज्वला योजना' के तहत 10 करोड़ महिलाओं को धुआं रहित खाना पकाने की गारंटी दी है और आठ करोड़ लाभार्थियों को ‘मुद्रा योजना' के तहत स्वरोजगार के लिए ऋण दिया है, लेकिन पिछली सरकारों ने लोगों के लिए कुछ नहीं किया.

उन्होंने कहा कि ये वंशवादी पार्टियां केवल अपने परिवार के कल्याण के लिए काम करती हैं. मोदी ने पटना सम्मेलन के स्पष्ट संदर्भ में कहा, ‘‘उनके पास देश के सामान्य परिवार को आगे ले जाने की गारंटी नहीं है, जो लोग भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं वे जमानत पर बाहर हैं. वे उन लोगों के साथ हैं, जिन्हें घोटालों के लिए सजा सुनाई गई है.''

पटना सम्मेलन में कांग्रेस, जनता दल (यूनाइटेड) (जद-यू), राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), राष्ट्रीय जनता दल (राजद), आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य नेताओं ने मुलाकात की थी. मोदी ने कहा, ‘‘ऐसी झूठी गारंटी से दूर रहें. वे एक सुर में देश के खिलाफ बयान दे रहे हैं. वे राष्ट्र-विरोधी तत्वों के साथ बैठकें कर रहे हैं. वे गारंटी देकर चले जाएंगे, लेकिन भुगतना आपको पड़ेगा.''

कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कुछ लाभार्थियों को ‘सिकल सेल के परामर्श कार्ड' वितरित किए. उन्होंने इस दौरान कुछ लाभार्थियों को ‘आयुष्मान कार्ड' और ‘पीवीसी आयुष्मान भारत कार्ड' भी सौंपे. उन्होंने कहा कि ‘आयुष्मान कार्ड' धारकों को अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक के इलाज की गारंटी है. प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा, ‘‘यह मोदी की गारंटी है.'' उन्होंने कहा कि सिकल सेल और आयुष्मान योजना के सबसे बड़े लाभार्थी गोंड, भील और अन्य आदिवासी समाज के लोग हैं.

मोदी ने इस मौके पर कहा, ‘‘पूरी दुनिया में ‘सिकल सेल एनीमिया' के जितने मामले होते हैं, उनमें से आधे अकेले हमारे देश में होते हैं. लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि पिछले 70 वर्षों में कभी इसकी चिंता नहीं हुई. इससे निपटने के लिए कोई ठोस योजना नहीं बनाया गया.''

उन्होंने अपनी जापान यात्रा के दौरान सिकल सेल एनीमिया बीमारी पर औषधि क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार विजेता (2012) एस. यामानका से की गई चर्चा को याद करते हुए कहा, ‘‘यह बीमारी परिवारों को बिखेर देती है. यह बीमारी न पानी से होती है, न हवा से और न भोजन से फैलती है. यह आनुवंशिक बीमारी है, यानी माता-पिता से ही बच्चे में आती है.''

मोदी ने कहा कि केंद्र के प्रयासों से टीबी के मामलों में कमी आई है, जिसे 2025 तक भारत से पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा. इसके अलावा, भारत में काला जार, कुष्ठ रोग और मलेरिया के मामलों की संख्या में काफी कमी आई है. उन्होंने कहा, ‘‘2013 में कालाजार के 11 हजार मामले थे, अब इनकी संख्या एक हजार से भी कम रह गई है. 2013 में मलेरिया के दस लाख मामले थे, अब 2022 में घटकर दो लाख से भी कम हो गए. कुष्ठ रोग के मामले भी सवा लाख से कम होकर 70-75 हजार हो गए हैं.''

उन्होंने कहा कि शनिवार को एक करोड़ लाभार्थियों को आयुष्मान कार्ड सौंपे गए हैं, जो ‘‘गरीबों के लिए पांच लाख रुपये के एटीएम कार्ड'' के तौर पर काम करेगा, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है. उन्होंने कहा कि नयी शिक्षा नीति ने आदिवासी छात्रों के सामने आने वाली भाषा की चुनौती का समाधान किया है. मोदी ने कहा कि इसका विरोध वे लोग कर रहे हैं जो झूठी गारंटी देते हैं.

उन्होंने दावा किया कि विपक्षी दलों और पिछली सरकारों ने आदिवासियों और उनके नायकों की अनदेखी की. उन्होंने कहा, ‘‘सरकार रानी दुर्गावती की 500वीं जयंती राष्ट्रीय स्तर पर मनाएगी. उनके जीवन पर एक फिल्म बनाई जाएगी और एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट जारी किया जाएगा.''

मोदी ने क्षेत्र में एक जनजातीय विश्वविद्यालय का नाम ‘‘परिवार के सदस्य'' के नाम पर रखने के लिए कांग्रेस की आलोचना की, जबकि भाजपा ने ऐसे संस्थानों का नाम आदिवासी नायकों के नाम पर रखा. प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का ये अभियान अमृत काल का प्रमुख मिशन बनेगा. मुझे पूर्ण विश्वास है कि जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा यानी 2047 तक हम सब मिलकर एक मिशन मोड में अभियान चलाकर इस सिकल सेल एनीमिया से अपने आदिवासियों और देश को मुक्ति दिलाएंगे.''

उन्होंने कहा, ‘‘आदिवासी समाज की इस सबसे बड़ी चुनौती को हल करने का बीड़ा अब हमारी सरकार ने उठाया है. आदिवासी समाज हमारे लिये सिर्फ एक सरकारी आंकड़ा नहीं है, ये हमारे लिए संवेदनशीलता का विषय है, भावनात्मक विषय है.'' मोदी ने कहा, ‘‘आज शहडोल की इस धरती पर देश आदिवासियों को सिकल सेल एनीमिया से मुक्ति का बड़ा संकल्प ले रहा है.''

उन्होंने कहा, ‘‘यह संकल्प हमारे देश के आदिवासी भाई-बहनों के जीवन को सुरक्षित बनाने का है. यह संकल्प है सिकल सेल एनीमिया की बीमारी से मुक्ति का. यह संकल्प है हर साल सिकल सेल एनीमिया की गिरफ्त में आने वाले 2.5 लाख बच्चों और उनके परिवारजनों के जीवन बचाने का.''

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आदिवासियों से अपील की कि वे प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए स्मार्ट कार्ड का उपयोग करके शादी करने से पहले यह जांच लें कि उनके बेटे या बेटियां सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित तो नहीं हैं.

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