एक वक्त था जब वर्ल्ड क्रिकेट में वेस्टइंडीज की टीम की तूती बोला करती थी. दुनिया के किसी भी कोने में वेस्टइंडीज की टीम के सामने विरोधी टीम खौफ के साए में रहती थी. वक्त बदला कैरेबियई टीम का खौफ धीरे-धीके इस कदर खत्म हुआ कि उसकी तुलना बांग्लादेश जैसी नई टीम से होनी लगी. इस बीच वेस्टइंडीज ने टी20 वर्ल्ड कप भी जीता लेकिन टेस्ट क्रिकेट में यह बेहद कमजोर बनी हुई थी. अह अपने घर पर इंग्लैंड जैसी मजबूत टीम को सीरीज मे 201 से मात देकर वेस्टइंडीज ने बाकी टीमों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है. सेंट लूसिया मों खेले गए सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन मेजबान टीम भले ही मुकबला हार गई लेकिन इससे पहले दो टेस्ट मैचों ने उसने जैसा दमखम दिखा कर इंग्लैंड को चारों खाने चित किया था उससे लगता है कि इस टीम अप वापसी की राह पकड़ ली है. इंग्लैंड से सीरीज 2-1 से जीसने के बाद वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर ने कहा कि उनकी टीम का मुख्य लक्ष्य दुनिया की नंबर एक टीम बनना है. होल्डर ने कहा ,‘ हमें खेल के तीनों प्रारूपों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा. हमारे गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन बल्लेबाजों को और प्रयास करने होंगे. हमारा पहला लक्ष्य दुनिया की नंबर एक टीम बनना है और इसके लिए प्रदर्शन में काफी सुधार करने होंगे.’ 70 और80 के दशक में अपना परचम लहराने वाली वेस्टइंडीज टीम आईसीसी की ताजा टेस्ट रैंकिंग में आठवें स्थान पर है. वेस्टइंडीज को अब जुलाई में खत्म होने वाले विश्व कप तक कोई टेस्ट नहीं खेलना है. उसे अब इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज खेलनी है. लेकिन देखने वाली बात यह होगी कि यह अपने देश से बाहर टेस्ट मैचों कैसा प्रदर्शन करती है और अगर जेसन होल्डर की बात में दम है तो फिर टेस्ट क्रिकेट के लिए इससे बेहतर बात और कुछ नहीं हो सकती. (Input Bhasha)
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